Sad Shayari For Boys 2024

ज़िन्दगी के सफ़र में तू ही साथी था, अब अकेले ही हर दर्द का सामना करना पड़ता है।

वो हंसते हुए छोड़ गया हमें, और हम रोते हुए भी याद करते रहे उसे।

मुकद्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा हो, देर से किस्मत खुलने वाले का दुगना फायदा हो..!!!

हर वक़्त मिलती रहती है मुझे, अंजानी सी सज़ा मैं कैसे पूछू तकदीर से, मेरा कसूर क्या है…

जिनको सोच कर अकेले, , में मुस्कुराया करते थे.. अब उन्हीं को सोच कर , अकेले में रोया करते हैं…   !!

हकीकत जिद्द किए बैठी है चकनाचूर करने की, मगर आंख फिर सपना सुहाना ढूंढ लेती है..!!!

वह आज घर से नकाब में निकली, सारी गली उसके फिराक में निकली, वो इनकार करती रही मेरी मोहब्बत से हमेशा, आज मेरी ही तस्वीर उसकी किताब से निकली..!!!

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